लखनऊ विश्वविद्यालय : भारत गणित परिषद (बीजीपी) के 71वें वार्षिक सम्मेलन का उद्घाटन दिवस लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ के गणित और खगोल विज्ञान विभाग में बड़े उत्साह के साथ शुरू हुआ। सम्मेलन का विषय था ‘गणित और अनुप्रयोगों में हालिया प्रगति – एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन’, जिसमें देश भर से और उसके बाहर से अग्रणी गणितज्ञ और शोधकर्ता एक साथ आए।
समारोह की शुरुआत पारंपरिक दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ हुई। बीजीपी के सचिव प्रो. पंकज माथुर ने सम्मानित उपस्थित लोगों का गर्मजोशी से स्वागत किया। मुख्य अतिथि प्रो. एस. ए. कटरे ने गणितीय प्रगति के महत्व पर जोर देते हुए एक प्रेरक भाषण दिया।
प्रो. पीयूष चंद्रा ने कहा कि सम्मेलन के विषय और आधुनिक चुनौतियों से निपटने में गणितीय शोध की भूमिका पर प्रकाश डाला। सत्र का समापन डॉ. श्याम किशोर द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें उन्होंने कार्यक्रम के प्रतिभागियों और समर्थकों के प्रति आभार व्यक्त किया।
प्रो. कमला डी. सिंह द्वारा दर्शकों को प्रो. ए. एन. सिंह की विरासत से परिचित कराया गया। इसके बाद प्रतिष्ठित प्रो. एस. जी. दानी द्वारा प्रो. ए. एन. सिंह स्मारक व्याख्यान दिया गया। “संख्या सिद्धांत, ज्यामिति और गतिकी में शामिल यूक्लिडियन स्थानों के कुछ विशेष उपसमूहों पर” शीर्षक वाले उनके व्याख्यान ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया, जिसमें इन गणितीय क्षेत्रों के प्रतिच्छेदन की खोज की गई। व्याख्यान को व्यापक दर्शकों के लिए ऑनलाइन स्ट्रीम भी किया गया।