स्वच्छ सर्वेक्षण में बेहतर रैंकिंग के लिए अब विश्वनाथ मंदिर के आसपास के क्षेत्रों में 24 घंटे सफाई होगी। इसके लिए तीन शिफ्ट में ड्रेस में तैनात सफाईकर्मी काम करेंगे। साथ ही गंगा घाटों पर हर 50 मीटर पर डस्टबिन लगाए जाएंगे। व्यवसायिक क्षेत्रों में दो-दो डस्टबिन स्थापित होंगे। यह निर्देश शुक्रवार को नगर निगम में हुई बैठक में नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने दिए।
उन्होंने मुख्य अभियंता को निर्देशित किया कि चिह्नित 56 नालों पर जाली लगाने का कार्य तत्काल पूर्ण कराएं। नगर में संचालित तीन एमआरएफ सेंटर को व्यवस्थित संचालित किया जाए। होप संस्था की ओर से बेकार कपड़ों से बनाए जा रहे झोले का प्रचार-प्रसार किया जाए। जिससे प्रतिबंधित प्लास्टिक का प्रयोग कम किया जा सके। नगर आयुक्त ने सफाई कर्मचारियों को सरकार से दी जा रही योजनाओं से आच्छादित करने के निर्देश दिए।
नगर आयुक्त ने शहर में रैग पिकर्स (कचरा बीनने वाले) का डाटा तैयार करने एवं उन्हें पहचान पत्र देने के निर्देश दिए गए। नगर में स्थापित सभी सार्वजनिक शौचालयों व सामुदायिक शौचालयों में स्वच्छ सर्वेक्षण में जारी टूलकिट के आधार पर मानकों को पूरा कराएं। सभी सार्वजनिक मूत्रालयों में सफाई के लिए पानी की व्यवस्था कराएं।
नगर आयुक्त ने कहा कि आउटसोर्सिंग के माध्यम से कार्यरत कार्मिक जो सुपरवाइजर का कार्य देख रहे हैं। उन्हें तत्काल हटाया जाए। उनके स्थान पर स्थायी कर्मियों को सुपरवाइजर के पद पर रखने की कार्रवाई की जाए। महाप्रबंधक जलकल को सीवर में जोड़ने, सोकपिट बनाने के लिए मुख्य अभियंता को निर्देशित किया गया। स्वच्छता के प्रति वार्डवार जागरूकता अभियान चलाएं।