महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मौजूदा महायुति गठबंधन में भूमिका से पर्दा उठ गया है। वे सरकार का हिस्सा होंगे और आज शाम होने वाले शपथग्रहण समारोह में राज्य के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। शिवसेना नेता उदय सामंत ने गुरुवार को यह दावा किया। हालांकि, इससे कुछ देर पहले ही सावंत ने कहा था कि अगर एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री का पद नहीं लेते हैं तो पार्टी का कोई भी विधायक नई सरकार में कोई भी जिम्मेदारी नहीं लेगा। शपथग्रहण से पहले पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि शिवसेना के किसी नेता की डिप्टी सीएम बनने का कोई इरादा नहीं है और यह पद शिंदे को ही लेना चाहिए।
शिवसेना विधायकों ने इससे पहले बुधवार को पार्टी अध्यक्ष एकनाथ शिंदे से मुलाकात की। विधायकों ने उनसे नई महाराष्ट्र सरकार में उपमुख्यमंत्री का पद संभालने का आग्रह किया। पार्टी विधायकों ने कहा कि वे पिछले दो दिनों से शिंदे से मिल रहे हैं और उन्हें नई सरकार का हिस्सा बनने के लिए मना रहे हैं। दिन भर विधायकों का मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास वर्षा में तांता लगा रहा। पार्टी विधायक भरत गोगावले ने कहा कि हमने उनसे नई सरकार का हिस्सा बनने का आग्रह किया क्योंकि इससे पार्टी और सरकार दोनों को मदद मिलेगी। हमें उम्मीद है कि वह हमारे अनुरोधों का सम्मान करेंगे। सभी विधायक और सांसद इस बात पर जोर दे रहे हैं कि शिंदे नई सरकार में शामिल हों।
शिवसेना नेता उदय सामंत ने भी बुधवार को कहा था कि शिवसेना कार्यकर्ताओं, विधायकों और सांसदों की चाहत है कि एकनाथ शिंदे को डिप्टी सीएम का पद लेना चाहिए। हालांकि, शिंदे ने उनसे कहा है कि वह राज्य का दौरा शिवसेना प्रमुख के तौर पर करना चाहते हैं। लेकिन पार्टी चाहती है कि वह डिप्टी सीएम का पद लेकर प्रशासन का हिस्सा बनें। सामंत के इस बयान से माना जा रहा है कि नई सरकार में एकनाथ शिंदे उपमुख्यमंत्री का पद लेने के लिए उत्सुक नहीं हैं।