एआई इंजीनियर अतुल सुभाष के मामले में निकिता के कोर्ट में दर्ज कराए गए बयान ने कई राज उजागर किए हैं। निकिता ने भरण पोषण के मामले में परिवार न्यायालय में चल रहे मुकदमे में बयान दर्ज कराया है कि अतुल उसे बच्चे के नाम पर कुछ खर्च हर महीने उसके बैंक खाते में भेजता था। बैंक खाता लखनऊ में है। इसमें पता केयर ऑफ आरजे सिद्दीकी के नाम से दर्ज है। इस बयान पर सवाल उठ रहे हैं कि आखिर निकिता से इस व्यक्ति कैसे संबंधित है। वहीं निकिता ने बयान में यह भी कहा था कि उसकी शादी दबाव में हुई थी।
निकिता के बयान के आधार पर न तो उसका और न ही अतुल का लखनऊ से कोई लेना देना है। निकिता जौनपुर की निवासी है और अतुल समस्तीपुर का। निकिता ने बयान में कहा है कि शादी के बाद व दिल्ली से बंगलूरू शिफ्ट हो गई, जबकि अतुल पहले से वहां कार्यरत था।
अब निकिता के बैंक खाते में दर्ज इस पते ने सवाल खड़े कर दिए हैं कि आखिर निकिता से यह व्यक्ति कैसे संबंधित है और निकिता ने लखनऊ में खाता क्यों खुलवाया? निकिता ने बयान में यह भी कहा है कि उसने अपने बेटे व्योम का जन्मदिन लखनऊ में मनाया था, जिसका खर्च अतुल ने भेजा था। इस बयान ने कई सवाल खड़े किए हैं।
निकिता सिंघानिया ने परिवार न्यायालय में दर्ज बयान में यह कहा है कि शादी के कुछ दिन बाद तक उसके और अतुल के संबंध ठीक थे। दोनों हनीमून के लिए भी गए थे। अतुल उसे मानता था। निकिता ने बयान में कहा है कि कोरोना लॉकडाउन में जब घर में नौकर नहीं आते थे तो अतुल घर के काम में उसकी मदद करता था। बर्तन तक धुलवाता था।
निकिता ने बयान में बताया है कि शादी के पहले से उसके पिता मनोज सिंघानिया की तबीयत बहुत खराब थी। वह हृदय रोगी थे। उनका इलाज पहले जौनपुर में चल रहा था। हालत बिगड़ने पर उन्हें बनारस दिखाया गया। वहीं इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई थी।