सर्दियों का मौसम अपने साथ कई मौसमी बीमारियां लेकर आता है। इसमें सर्दी-जुकाम या खांसी होना सबसे आम है। यह वायरल इन्फेक्शन तेजी से फैलता है।
आमतौर पर सर्दी-जुकाम 1-2 हफ्तों में ठीक हो जाता है, लेकिन कई बार ये लंबे समय तक परेशान कर सकता है। इससे बचने के लिए हमारी इम्यूनिटी का स्ट्रॉन्ग होना जरूरी है। इम्यूनिटी जितनी स्ट्रॉन्ग होगी, सर्दी जुकाम और वायरल इन्फेक्शन का खतरा उतना ही कम रहेगा।
इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए लोग तरह-तरह के तरीके अपनाते हैं, जबकि हमारे किचन में ही कुछ ऐसी चीजें मौजूद हैं, जो इम्यूनिटी बूस्ट करने के साथ-साथ वायरल इन्फेक्शन से भी बचाती हैं।
सर्दियों में हवा में नमी रहती है। इससे बैक्टीरिया और वायरस की ग्रोथ तेजी से होती है। वहीं धूप न निकलने के कारण इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है। इससे वायरल इन्फेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है।
बदलते मौसम में सर्दी-जुकाम या खांसी होना आम बात है। खासकर जिन लोगों की इम्यूनिटी कमजोर है, उन्हें इसका खतरा ज्यादा रहता है। अगर आप वायरल इन्फेक्शन की चपेट में आ गए हैं तो कुछ घरेलू उपाय अपना सकते हैं। इससे वायरल इन्फेक्शन से बच सकते हैं। नीचे दिए ग्राफिक में कुछ घरेलू उपायों को देख सकते हैं।
अगर बंद नाक की समस्या है तो गर्म पानी से भाप लेना बेहद फायदेमंद है। भाप नाक के जरिए हमारे शरीर में जाकर गर्मी पैदा करती है। नाक में जमा म्यूकस भाप की गर्मी से ढीला हो जाता है, जिससे बंद नाक की समस्या दूर हो सकती है। इसके लिए एक बाउल में गर्म पानी लें। फिर सिर को एक कॉटन टॉवेल से ओढ़ लें। इसके बाद बर्तन का ढक्कन हटाकर 5 से 10 मिनट तक भाप लें।
आमतौर पर गले में खराश वायरस के कारण होती है। नमक-पानी के गरारे से इसमें राहत मिलती है। अगर सर्दी-खांसी ज्यादा है तो नमक-पानी में तुलसी की कुछ पत्तियां भी मिला सकते हैं। तुलसी में एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो सर्दी-खांसी में काफी आराम पहुंचाते हैं। इसके लिए कम-से-कम एक कप गर्म पानी में एक चौथाई चम्मच नमक घोलकर गरारे कर सकते हैं।
विटामिन C एंटीऑक्सिडेंट्स का काम करती है, जो शरीर की कोशिकाओं को नुकसान से बचाती है। विटामिन C की कमी से इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है। इसके लिए सर्दियों में विटामिन C से भरपूर चीजें जैसे संतरा, नींबू, आंवला को अपनी डाइट में शामिल करें। इससे न सिर्फ इम्यूनिटी स्ट्रॉन्ग होगी, बल्कि वायरल इन्फेक्शन का खतरा भी कम होता है।
अदरक और तुलसी में एंटी-बैक्टीरियल व एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो बैक्टीरिया से लड़ने में मददगार हैं। इसकी चाय पीने से वायरल इन्फेक्शन से बच सकते हैं। इसके अलावा तुलसी और अदरक का काढ़ा बनाकर भी पी सकते हैं। यह शरीर में जमे कफ को बाहर निकलता है। साथ ही सर्दी-ज़ुकाम, खांसी और गले की खराश में आराम दिलाता है।
यह एक सामान्य जानकारी है अमल में लाने से पहले अपने चिकित्सक का परामर्श अवश्य लें