डॉ. गिरि लाल गुप्ता इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ एंड पब्लिक अफेयर्स ने मिशन शक्ति चरण 5 के अंतर्गत बुनियादी जीवन समर्थन कौशल पर एक प्रायोगिक कार्यशाला का आयोजन किया था
जिसका समन्वय नोडल अधिकारी, मिशन शक्ति भाग -5, डॉ. मानिनी श्रीवास्तव, समन्वयक, महिला अध्ययन विभाग और मनोविज्ञान विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा किया गया। डॉ. मैत्रेयी मिश्रा के मार्गदर्शन में किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी की कुशल टीम ने बीएलएस कौशल का प्रदर्शन किया। उन्होंने सभी छात्रों को शिशु और वयस्क दोनों पुतलों पर कार्डियो-पल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) का अभ्यास करने के लिए प्रोत्साहित किया।
संस्थान की निदेशक प्रो. शैली मलिक ने चिकित्सा सहायता के आगमन से पहले तात्कालिकता के समय में जीवन बचाने के लिए सीपीआर के महत्व से परिचित कराया। प्रोफेसर समीर मिश्रा की अध्यक्षता में सेंटर फॉर एडवांस स्किल डेवलपमेंट की टीम ने शवास- अवरोध के मामलों में कुछ प्रमुख सुझाव भी दिए। इस प्रकार कार्यशाला ने सफलतापूर्वक सभी प्रतिभागियों और संकाय सदस्यों को अतिउपयोगी आकस्मिक चिकित्सा प्रक्रिया के महत्व और कार्यान्वयन के बारे में बताया जो कि जनसाधारण के लिए जानना आवश्यक है।