पूर्व नोटिस के तहत संगठन द्वारा सत्याग्रह शुरू किया गया l जिसमें मध्यांचल के भिन्न-भिन्न जनपदों से भारी संख्या में बिजली आउटसोर्स कर्मचारियों ने भाग लिया। जिसके बाद निदेशक कार्मिक प्रबंधन एवं प्रशासन मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड गोखले मार्ग लखनऊ व उत्तर प्रदेश पावर कार्पोरेशन निविदा/संविदा कर्मचारी संघ लखनऊ के पदाधिकारी के बीच सौहार्दपूर्ण वातावरण में वार्ता हुई,जो शाम 4 बजे तक चली जिसमें पूर्व से कार्य कर रहे कर्मचारियों को कार्य से नहीं हटाने, छटनी के नाम पर हटाए गए कर्मचारियों को कार्य पर वापस लेने, मानक के अनुरूप सुरक्षा उपकरण देने व ई पहचान पत्र देने हेतु मुख्य अभियंता वितरण को निर्देशित किया जाएगा, मृतक कर्मचारियों के परिजनों को अतिशीघ्र दुर्घटना ही लाभ दिया जाएगा, मेसर्स टी डी एस कंपनी व अवनी परिधि द्वारा ई पी एफ आदि में किए गए अनियमिता के सम्बन्ध में जांच अधिकारी द्वारा दिए गए जांच रिपोर्ट के अनुसार कारवाई कि जाएगी, मेसर्स जन्मेजा सिंह द्वारा कर्मचारियों के ईपीएफ में की गई अनियमिता के खिलाफ जांच कराई जाएगी l
मेसर्स साधना सिक्योरिटी सर्विसेज एवं मेसर्स एस के इलेक्ट्रिकल्स द्वारा ईपीएफ में किए गए अनियमित कि धनराशि को उनके जब्त प्रतिभूति से कटौती कर कर्मचारियों के भविष्य निधि खाते में जमा कराया जाएगा, माननीय उच्च न्यायालय के आदेश का सम्मान करते हुए कर्मचारियों का स्थानांतरण नहीं किया जाएगा, स्वर्गीय मनमोहन चौबे के परिजनों को पेंशन आदि का ही लाभ दिलाया जाएगा, छटनी के नाम पर हटाए गए कर्मचारियों को 15 दिन के अन्दर जांच कराकर कार्य पर वापस लिया जाएगा, कार्य में दक्ष कर्मचारियों को 55 वर्ष का हवाला देकर कार्य से नहीं हटाया जाएगा, श्रमायुक्त के नियमानुसार कर्मचारियों को अवकाश दिया जाएगा एवं कारपोरेशन के नियमानुसार कर्मचारियों को बोनस देने हेतु आवश्यक कार्यवाही किया जाएगा पर सहमति बनी, जिसके बाद संगठन द्वारा सत्याग्रह कार्य क्रम को स्थगित कर दिया गया।