लखनऊ विश्वविद्यालय के प्राणि विज्ञान विभाग के केएन बहल सभागार में ईएसीपी-पीसीआरपी की संयोजिका एवं प्राणि विज्ञान विभाग की डॉ अमिता कनौजिया द्वारा राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर एक व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन प्राणि विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो सेराजुद्दीन ने मुख्य वक्ता डॉ अंजू पटेल, संयोजिका, ईएसीपी-पीसीआरपी, सीएसआईआर, एनबीआरई, लखनऊ का स्वागत करके किया। इस संदर्भ में डॉ पटेल ने “विकसित भारत के लिए विज्ञान और नवाचार में वैश्विक नेतृत्व के लिए भारतीय युवाओं को सशक्त बनाना” विषय पर विस्तृत व्याख्यान दिया। कार्यक्रम का संचालन डॉ हादिया हुसैन ने किया। डॉ अंजू ने छात्रों को जागरूक करने के लिए भारत भर में विज्ञान और नवाचार की विभिन्न सफलता की कहानियां सुनाईं। छात्रों को अपने-अपने क्षेत्र में अच्छे शोध के द्वारा अपनी सफलता की कहानी बनाने के लिए जागरूक किया गया।
डॉ. ज्योति पांडे, बीबीएयू ने बायोपॉलिमर पर और डॉ. अतुल गुप्ता, सीएसआईआर सीआईएमएपी ने एस्ट्रोजन रिसेप्टर लिगैंड्स को लक्षित करने वाले खरपतवारों से दवा विकास पर व्याख्यान दिया। दोपहर के सत्र में तीन प्रतिष्ठित वक्ताओं ने भाग लिया, डॉ. प्रवीण सी वर्मा, सीएसआईआर-एनबीआरआई ने मेथनॉल आधारित सिग्नलिंग के आणविक तंत्र पर बात की, डॉ. नारायण पी यादव, सीएसआईआर-सीमैप ने नैनो फॉर्मूलेशन का उपयोग करके दवा वितरण रणनीतियों पर बात की, प्रोफेसर इसराइल अंसारी, वनस्पति विज्ञान, लखनऊ विश्वविद्यालय ने ज़ेनोबायोटिक्स और मानव स्वास्थ्य पर बात की। डॉ. प्रो. सेराजुद्दीन, विभागाध्यक्ष, प्राणि विज्ञान और प्रो. आभा बिश्नोई, रसायन विज्ञान, यूओएल और प्रो. मोनिशा बनर्जी, संयोजक ने वक्ताओं को सम्मानित किया। सभी ने अंतःविषय अनुसंधान के महत्व पर बल दिया