लखनऊ विश्वविद्यालय का भौतिकी विभाग देश का पहला विभाग बना, जिसने अपने राष्ट्रीय विज्ञान दिवस समारोह को संयुक्त राष्ट्र द्वारा 2025 को “क्वांटम विज्ञान और प्रौद्योगिकी वर्ष” घोषित करने के संकल्प के अनुरूप आयोजित किया। यह कार्यक्रम प्रो. बी.पी. प्रधान ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया, जिसमें भौतिकी विभागाध्यक्ष प्रो. ओंकार प्रसाद मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन PHYSOC की समन्वयक प्रो. लीना सिन्हा के नेतृत्व में किया गया।
कार्यक्रम का मुख्य विषय आधुनिक विज्ञान और नवाचार पर क्वांटम यांत्रिकी के प्रभाव था। समारोह की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई, जिसके बाद प्रो. ओंकार प्रसाद ने उद्घाटन भाषण देते हुए वैज्ञानिक जिज्ञासा और अनुसंधान के महत्व पर प्रकाश डाला।कार्यक्रम में कई रोचक गतिविधियाँ आयोजित की गईं, जिनमें शामिल थीं: “द क्वांटम पैराडॉक्स” – एक नाटक, जिसमें आइंस्टीन की क्वांटम यांत्रिकी को लेकर अनिच्छा और बेल के प्रमेय के विकास को रचनात्मक रूप से दर्शाया गया।”फिजिक्स मैनियाक” – एक क्विज प्रतियोगिता, जिसमें प्रतिभागियों की भौतिकी की अवधारणाओं और अनुप्रयोगों की समझ को परखा गया।विज्ञान प्रदर्शनी एवं पोस्टर प्रतियोगिता, जिसमें LIGO, होलोग्राफिक प्रभाव, बालों द्वारा विवर्तन (Diffraction by Hair), ब्राकिस्टोक्रोन (Brachistochrone), टेस्ला कॉइल आदि के मॉडल प्रस्तुत किए गए।
क्विज प्रतियोगिता के निर्णायक प्रो. नीरज मिश्रा और डॉ. अमरेन्द्र कुमार रहे, जबकि पोस्टर प्रतियोगिता का मूल्यांकन प्रो. अमृतांशु शुक्ला, प्रो. एस.पी. सिंह, डॉ. बृजेश कुमार और डॉ. संगीता ने किया।कार्यक्रम का समापन पुरस्कार वितरण समारोह के साथ हुआ, जिसमें विजेताओं और प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया। अंत में प्रो. लीना सिन्हाने फैकल्टी सदस्यों, छात्रों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों के योगदान को स्वीकारते हुए धन्यवाद ज्ञापन दिया, जिससे यह आयोजन एक भव्य सफलता बन सका।