लिवर मानव शरीर का सबसे बड़ा अंग है। यह खाने को पचाने में मदद करता है, एनर्जी स्टोर करता है और शरीर से टॉक्सिक चीजों को निकालने में मदद करता है। जब लिवर की दीवारों पर फैट जमा होने लगे तो इसे फैटी लिवर कहते हैं।
फैटी लिवर दो प्रकार का होता है
- नॉन एल्कोहोलिक फैटी लिवर
- एल्कोहोलिक फैटी लिवर
फैटी लिवर की दुखद बात ये है कि दुनिया भर में लगभग 100 मिलियन लोग इस बीमारी से जूझ रहे हैं। इनमें से अधिकतर लोगों को इस बात का अंदाजा तक नहीं है। ये शरीर में एक्स्ट्रा इन्सुलिन की मात्रा को भी इंगित करता है।
हम शुगर और कार्ब्स युक्त डाइट का सेवन करते हैं, तो ये लिवर पर एक्स्ट्रा दबाव डालते हैं, इससे ग्लूकोज ट्राईग्लिसराइड में बदल जाता है और बॉडी फैट लिपोजेनेसिस नाम की प्रक्रिया से गुजरता है। ये फैट लिवर और इसके आसपास के अंगों में इकट्ठा होता है। इससे हार्ट अटैक और डायबिटीज जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
फैटी लिवर को कहते हैं हेपेटिक स्टीटोसिस
फैटी लिवर को हेपेटिक स्टीटोसिस भी कहते हैं। इसके कई कारण हो सकते हैं जैसे मोटापा, डायबिटीज, हाई कोलेस्ट्रॉल और ट्राईग्लिसराइड, शराब और जेनेटिक्स।
फैटी लिवर के लक्षण
फैटी लिवर की पहचान देर से हो पाती है, इसलिए समय रहते इसकी पहचान करने के लिए इसके लक्षण समझना जरूरी है। थकान और कमजोरी के साथ ओवरवेट, ब्लोटिंग, सीने में जलन, स्किन रैश, सिरदर्द, अधिक पसीना आना, अपच जैसी समस्याएं देखने को मिल सकती हैं।
ऐसे में फैटी लिवर को रिवर्स करना बेहद जरूरी है। लिवर की अच्छी बात यही है कि सही न्यूट्रीशन और पोषण से हेल्दी लिवर सेल को दुबारा बनाया जा सकता है।
तो अगर आपको भी फैटी लिवर की समस्या है तो आज से ही अपनाएं इन तरीकों को जिससे फैटी लिवर को आसानी से रिवर्स किया जा सके…
- रिफाइंड शुगर और कार्ब्स का सेवन न करें।
- डाइट में कच्ची सब्जियों और फलों की मात्रा बढ़ा दें।
- हेल्दी फैट्स का सेवन करें जैसे फिश, ऑलिव ऑयल, तिल का तेल, नारियल तेल आदि।
- सॉल्युबल रिच फाइबर खाएं जैसे नाशपाती, सेब, स्प्राउट्स, पत्तागोभी आदि।
- लिवर स्ट्रेसर जैसे कॉफी या शराब का सेवन कतई न करें।
- हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड्स से दूरी बनाएं।
- एक बार में अधिक मात्रा में खाना न खाएं।
- खूब पानी पिएं।
- नियमित रूप से एक्सरसाइज करें।
लिवर टॉनिक के साथ ये सभी नियमों का सख़्त पालन करने से लिवर डैमेज को रिपेयर किया जा सकता है और फैटी लिवर रिवर्सल हो सकता है।
ऊपर दी गई जानकारी को प्रयोग मे लाने से पहले अपने चिकित्सा की परामर्श की जरूर ले