केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री और भाजपा नेता किरेन रिजिजू ने शनिवार को कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने विपक्षी पार्टी की आलोचना की और उनपर संविधान पर हमला करने और उसके सार को बदलने का आरोप लगाया। भारत के संविधान को अपनाने की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर किरेन रिजिजू ने कांग्रेस से सवाल किया कि उन्होंने बीआर आंबेडकर को भारत रत्न क्यों नहीं दिया। रिजिजू ने विपक्ष द्वारा देश में अल्पसंख्यकों के सुरक्षित नहीं होने के आरोपों की भी आलोचना की।
किरेन रिजिजू ने कहा, “आपने संविधान पर हमला किया। आपने संविधान की प्रस्तावना बदल दी। उसके सार को बदल दिया। इसके बाद आप दूसरों पर आरोप कैसे लगा सकते हैं?” देश में अल्पसंख्यकों के सुरक्षित नहीं होने के आरोपों पर उन्होंने विपक्ष को घेरा। केंद्रीय मंत्री ने कहा, “अगर अल्पसंख्यों पर अत्याचार होता है तो वे भारत से सुरक्षा मांगते हैं। आपको मालूम है कि पाकिस्तान की स्थिति कैसी है। बांग्लादेश का हाल कैसा है। आप लोगों को मालूम है कि अफगानिस्तान में हिंदुओं, सिखों और ईसाइयों के साथ क्या हुआ है। चाहे तिब्बत हो म्यांमार हो श्रीलंका, पाकिस्तान या बांग्लादेश। जब भी अल्पसंख्यकों पर अत्याचार होता है, वे सुरक्षा के लिए सबसे पहले भारत आते हैं। फिर ऐसा क्यों कहा जा रहा है कि इस देश में अल्पसंख्यकों की कोई सुरक्षा नहीं है।”
रिजिजू ने कांग्रेस से सवाल किया कि बीआर आंबेडकर को भारत रत्न क्यों नहीं दिया गया? उन्होंने कहा, “आप हमेशा बाबा साहेब का नाम लेते हैं। आपने बाबा साहेब को भारत रत्न नहीं दिया। 1956 के बाद जवाहर लाल नेहरू को भारत रत्न दिया गया। इंदिरा गांधी ने खुद को भारत रत्न दिया।” भाजपा नेता ने आगे कहा, “विश्वनाथ जी (वीपी सिंह) ने जब कांग्रेस को हराया था, तब उन्होंने भाजपा के समर्थन से सरकार बनाई थी और तब बाबा साहेब को भारत रत्न दिया गया। आपकी सरकार के दौरान बाबा साहेब आंबेडकर को भारत रत्न क्यों नहीं दिया गया, आप हमें इसका कारण दें।”