रूस ने मॉस्को में बम धमाका करने और रूस के परमाणु सुरक्षा बल के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल इगोर किरिलोव की हत्या के मामले में उजबेकिस्तान के एक संदिग्ध को हिरासत में लिया है। रूस ने कहा कि युवक ने यूक्रेन की सुरक्षा सेवा के निर्देश पर बम लगाने की बात कबूल की है।
मॉस्को में मंगलवार को बम धमाका हुआ था। आरोपी ने बम को स्कूटर में छिपाया था। इस बम धमाके में रूस के परमाणु सुरक्षा बल के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल इगोर किरिलोव और उनके सहायक की मौत हो गई थी। रूस ने बताया कि हत्या की जिम्मेदारी यूक्रेन की एसबीयू खुफिया सेवा ने ली।
मामले की जांच कर रही समिति ने कहा कि मामले में एक संदिग्ध को हिरासत में लिया गया। उसने पूछताछ में बताया कि उसे मॉस्को में हमले के लिए विस्फोटक उपकरण मिला था। उसने इसे एक इलेक्ट्रिक स्कूटर में रखा और जहां जनरल इगोर किरिलोव रहते थे उस अपार्टमेंट ब्लॉक के प्रवेश द्वार के बाहर स्कूटर को खड़ा कर दिया।
जांच टीम ने बताया कि युवक ने बम लगे स्कूटर से थोड़ी ही दूर पर एक कार को खड़ा किया। इस कार उसने किराये लिया था। जिसमें कैमरा लगाया गया था। इस कैमरे के जरिये हत्या की योजना बनाने वाले यूक्रेन के द्रिप्रो शहर से पूरी निगरानी कर रहे थे। जैसे ही किरिलोव अपने अपार्टमेंट से बाहर निकले तो उसने दूर से बटन दबाकर स्कूटर में विस्फोट कर दिया। इसकी चपेट में आकर किरिलोव की मौत हो गई।
जांच टीम ने बताया कि हिरासत में लिए गए युवक को जन्म 1995 में हुआ था। उसको बम विस्फोट और हत्या को अंजाम देने के लिए 100,000 डॉलर तथा एक यूरोपीय देश में रहने की पेशकश की गई थी। जांच टीम ने बताया कि हमले में शामिल अन्य लोगों की पहचान की जा रही है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मामले में एक और संदिग्ध को हिरासत में लिया गया है।
जनरल किरिलोव की मौत रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के लिए बड़ा झटका है, क्योंकि वह पुतिन के करीबी और रूसी परमाणु-जैविक व रासायनिक रक्षा बलों के प्रमुख थे। उन्हें एक दिन पहले ही यूक्रेन की अदालत ने देश पर रूसी हमले के दौरान प्रतिबंधित रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल के लिए उनकी गैर मौजूदगी में सजा सुनाई थी। रूस ने यूक्रेन के आरोप खारिज किए हैं कि किरिलोव ने युद्ध में रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किया है।