लखनऊ विश्वविद्यालय के कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में “एमिनेंट लेक्चर’’ के अंतर्गत डॉ० जवाहर लाल जाट, केमिस्ट्री विभाग, बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय ने “कीटोन और एमाइड के इनोवेशन आधारित स्टार्टअप” विषय पर व्याख्यान दिया। डॉ० जाट ने बताया की कीटोन व सेकेंडरी एमाइड बहुत कम लागत में जटिल बीमारियों की औषधियों का निर्माण करता है। इस आधार पर छात्र नए नवाचार व स्टार्टअप बना सकते है। डॉ० जाट ने बताया की सरकार की बहुत सारी योजनाए है जो स्टार्टअप को धनराशि देकर प्रोत्साहित करती है। इन योजनाओं में सीड फण्ड स्कीम स्वास्थ्य आधारित स्टार्टअप बहुत उपयोगी है जो की भारत सरकार द्वारा अनुदानित है। कार्यक्रम में बी० फार्मा० और डी० फार्मा० के 100 से अधिक छात्र छात्राओं ने प्रतिभाग किया।
बी० फार्मा० द्वितीय वर्ष की छात्रा रिफत परवीन ने डॉ० जाट से पूछा की सीड फण्ड स्कीम में स्टार्टअप प्रोजेक्ट कैसे तैयार करे और डी० फार्मा० द्वितीय वर्ष के छात्र देवराज सिंह ने पूछा की सेकंडरी एमाइड कैसे कैंसर रोधी औषिधि का कार्य करती है और इसको स्टार्टअप में कैसे कन्वर्ट करते है। प्रो० पुष्पेन्द्र कुमार त्रिपाठी, निदेशक, भेषजिक विज्ञान संस्थान, लखनऊ विश्वविद्यालय ने डॉ० जाट का स्वागत एवं सम्मान किया। इस एमिनेंट लेक्चर के कोऑर्डिनेटर डॉ० प्राणेश कुमार, असिस्टेंट प्रोफेसर रहे और प्रोग्राम के सह कोऑर्डिनेटर डॉ लुबना आज़मी, श्रीमती किरण सिंह व डॉ० सौम्या सिंह, असिस्टेंट प्रोफेसर रहे।