पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क ने बुधवार को कहा कि वह यूरोपीय संघ (ईयू) की अध्यक्षता का उपयोग यूक्रेन की सदस्यता के प्रयासों को तेज करने के लिए करेंगे। वारसॉ में यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के साथ पत्रकारों से बातचीत करते हुए टस्क ने कहा, हम इस मुद्दे में ठहराव खत्म करेंगे और सदस्यता की प्रक्रिया को तेज करेंगे। टस्क ने यह भी आरोप लगाया कि कि रूस ने दुनियाभर की एयरलाइंस के खिलाफ ‘आतंकवादी हमलों की योजना’ बनाई है।
27 देशों के समूह यूरोपीय संघ की अध्यक्षता अभी पोलैंड के पास है और यूक्रेन इस समूह का हिस्सा बनने का प्रयास कर रहा है। अगले छह महीनों में पोलैंड अगर इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाता है, तो इसका असर होगा। यूक्रेन के राष्ट्रपति इस समय पोलैंड के दौरे पर हैं।
जेलेंस्की के इस दौरे के दौरान दोनों देशों के बीच द्वितीय विश्व युद्ध के समय हुई एक घटना को लेकर भी समझौता हुआ। दरअसल, द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान यूक्रेनी राष्ट्रवादियों ने पोलैंड के हजारों नागरिकों का नरसंहार किया था। पोलैंड के लिए यह घटना एक गहरे घाव जैसे है और वह चाहता है कि इन मृतकों के शवों को सही तरीके से निकाला जाए और उन्हें सम्मान के साथ दफनाया जाए। इस समझौते के तहत दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ाया जाएगा और पोलैंड के मृतकों को सम्मान के साथ दफनाने की प्रक्रिया शुरू होगी।
पोलैंड ने रूस के साथ युद्ध में यूक्रेन को समर्थन दिया है। लेकिन इस मुद्दे पोलैंड के कई नागरिकों के दिलों में कड़वाहट पैदा कर दी है। टस्क एक साल से ज्यादा समय से सत्ता में हैं और उन्हें घरेलू राजनीति का दबाव का सामना है, क्योंकि यह पोलैंड में चुनावी साल है और उन्हें आगामी चुनावों में इस मुद्द पर विपक्ष के राष्ट्रवादी उम्मीदवार से कड़ी चुनौती मिल सकती है।
यूक्रेनी राष्ट्रवादियों ने 1943-44 में पोलैंड के नागरिकों की हत्या की थी। पोलैंड इसे नरसंहार मानता है और चाहता है कि यूक्रेन इन पीड़ितों के शवों को निकालकर उन्हें सम्मानपूर्वक दफनाए। वहीं, यूक्रेन के लिए भी यह एक संवेदनशील मुद्दा है, क्योंकि द्वितीय विश्व युद्ध के समय कुछ यूक्रेनी राष्ट्रवादियों को आजादी के संघर्ष में उनके योगदान के कारण उन्हें राष्ट्रीय नायक मानता है। यूक्रेन के लिए यह भी जरूरी है कि पोलैंड का समर्थन जारी रहे, क्योंकि वह पिछले ढाई साल से ज्यादा समय से रूस के खिलाफ युद्ध में है।