लखनऊ विश्वविद्यालय के लोक प्रशासन विभाग में ” भारत-पाक द्विपक्षीय संबंधों पर अटल की नीतियों के प्रभाव ” विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत अटल की प्रतिमा पर पुष्पांजलि तथा दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। इस कार्यक्रम का आयोजन उत्तर प्रदेश शासन के निर्देशानुसार अटल के जन्म शताब्दी वर्ष के अंतर्गत आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में प्रोफेसर रिपूसुंदन सिंह , प्रोफेसर राजनीति शास्त्र विभाग, बाबा साहब, भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय रहे । मुख्य वक्ता ने पाकिस्तान के अस्तित्व , उद्भव और भारत के वर्तमान विदेश नीति पर अटल के नीतियों और उनके प्रयासों का क्या प्रभाव पड़ा, इसका विश्लेषण किया।
उन्होंने पाकिस्तान को एक काल्पनिक राज्य बताया और यह उम्मीद जताई कि आने वाले समय में पाकिस्तान अपने अस्तित्व के संकट से जूझेगा और वह आंतरिक संघर्ष वह आंतरिक सशस्त्र विद्रोह से भी ग्रसित होगा। इसमें विभाग के अन्य शिक्षक गण डॉ वैशाली सक्सेना, डॉ नंदिता कौशल ,डॉ सुशील चौहान , शोधार्थी और बड़ी संख्या में छात्र उपस्थित रहे।कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर उत्कर्ष मिश्रा द्वारा किया गया। अंत में कार्यक्रम के संयोजक प्रोफेसर नंदलाल भारती विभाग अध्यक्ष लखनऊ विश्वविद्यालय ने धन्यवाद प्रस्ताव ज्ञापित किया।