महाकुम्भ समापन के पश्चात प्राच्य संस्कृत विभाग द्वारा लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय को महाकुम्भ से लाया गया अमृत कलश समर्पित किया गया । इस अवसर पर माननीय कला संकायाध्यक्ष प्रो. अरविन्द मोहन, विभागाध्यक्ष डॉ. प्रेरणा माथुर, विभागीय सहायकाचार्य डॉ. श्यामलेश कुमार तिवारी, डॉ. सतीश चन्द्र एवं विभागीय शोध छात्र तथा अन्य विद्यार्थी उपस्थित रहे । माननीय कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय जी की प्रेरणा से प्राच्य संस्कृत विभाग के शिक्षकों एवं छात्रों द्वारा महाकुंभ, प्रयागराज में शिविर का आयोजन किया गया । सभी ने माननीय कुलपति जी को लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित महाकुम्भ में सम्पन्न होने वाले कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी दी ।
यह शिविर 13 जनवरी 2025 से 26 फरवरी 2025 तक आयोजित किया गया। शिविर में श्रद्धालुवों के लियें आवास एवं भोजन आदि की उत्तम व्यवस्था की गयी। हमारे छात्र पारंपरिक वेश में रहे तथा भारतीय संस्कृति, महाकुंभ का महत्व, स्थान का महत्व, गंगा आरती, यज्ञ, सन्ध्या वन्दन, जप, गंगा स्नान करने की विधि, यथा गंगा स्नान से पूर्व घर से स्नान करके स्वच्छ होकर ही माँ गंगा में प्रवेश करना चाहिए, गंगा में वस्त्र नहीं धोने चाहिए, शालीनता से गंगा माँ की गोद में प्रवेश कर आचमन, निमज्जन अथवा स्नान करना तथा अमृत स्नान के दिवस स्नान विधि का ज्ञान भी यथा अवसर श्रधालुओं को कराते रहे।
शिविर में प्रतिदिन लगभग डेढ़ सौ से दो सौ अतिथि श्रद्धालु आयोजित होने वाली शास्त्र चर्चा में भाग लेते रहे हमारे छात्रों द्वारा भारतीय संस्कृति, धार्मिक एवं अध्यात्मिक प्रगति एवं पर्यावरण संरक्षण आदि विषयों पर जागरूक भी करते रहे। गणतंत्र दिवस पर भी वहाँ ध्वजारोहण का कार्य क्रम संपन्न हुआ, नित्य प्रति यज्ञ, गंगा आरती यथा अवसर मुंडन संस्कार, वेदारम्भ संस्कार आदि भी कराया गया ।