लखनऊ विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग ने पूरे जोश और उल्लास के साथ 75वां संविधान दिवस मनाया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश विधानसभा के माननीय अध्यक्ष श्री सतीश महाना जी थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने की। अपने संबोधन में महाना ने संविधान के महत्व और संविधान निर्माताओं के महान योगदान के बारे में बताया। उन्होंने संविधान को बनाए रखने और कानून निर्माताओं के बीच संवैधानिक मूल्यों को संवेदनशील बनाने और उन्हें विकसित करने में अध्यक्ष की भूमिका के बारे में श्रोताओं को बताया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कैसे उन्होंने विधान सभा के सदस्यों की कार्य संस्कृति और लोकाचार में ईमानदारी और शुचिता को बढ़ावा देने के लिए कड़ी मेहनत की है।
अध्यक्ष ने यह भी बताया कि किस तरह से अधिक से अधिक सुशिक्षित व्यक्ति राजनीति के क्षेत्र में प्रवेश कर रहे हैं। वर्तमान विधानसभा में विधायकों के रूप में पीएचडी, डॉक्टर और प्रबंधन डिग्री धारकों जैसे पेशेवरों की संख्या के आंकड़े देते हुए उन्होंने रेखांकित किया कि राजनीति का चेहरा तेजी से बदल रहा है, मतदाता समझदार हो रहे हैं और विकास राजनीति का चर्चा का विषय बन गया है।
कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने बताया कि उनके द्वारा शुरू किए गए प्रयासों और पहलों के परिणामस्वरूप विश्वविद्यालय किस तरह से मजबूती से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने छात्र-केंद्रित और छात्र-हितैषी दृष्टिकोण और परिसर में शिक्षा के लिए अनुकूल माहौल बनाने के लिए अपने प्रशासन की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। कुलपति ने श्री महाना जी को अवगत कराया कि लखनऊ विश्वविद्यालय नई शैक्षिक नीति-2020 को लागू करने वाला देश का पहला विश्वविद्यालय बन गया है। उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय की प्रभावशाली राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय रैंकिंग इस विश्वविद्यालय के बढ़ते कद को दर्शाती है।